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खांसी के लक्षण, कारण, एवं घरेलू उपचार/Cough Reason, Symptoms, Home Treatment In Hindi.

खांसी के लक्षण, कारण, एवं घरेलू उपचार/Cough Reason, Symptoms, Home Treatment In Hindi.

खांसी के लक्षण, कारण, एवं घरेलू उपचार: खांसी फेफड़ों, सांस की नलियों और गले में इन्फेक्शन के कारण होती है। खांसी एक प्रकार हमारे शरीर की बीमारियों के जीवाणुओं और कीटाणुओं से मुक्ति दिलाने की कोशिश करती है। इसमें हमें थोड़ी तकलीफ तो जरूर होती है क्योंकि मांसपेशियों व शरीर के बाकी अंगों पर जोर पड़ता है। खांसी हमारे शरीर के जीवाणु और कीटाणुओं से मुक्ति दिलाती है:-

खांसी के लक्षण Khasi ke Lakshan

1. खांसी में अधिक छींकना, आंखों से पानी आना, नाक बहना, भूख कम होना, ऊर्जा का ह्रास होना और रात के समय खांसना शामिल है।

2.  खांसी में अधिक समय तक खांसते रहना खांसी में लगातार खांसते रहना और इसके बाद भौंकने जैसी आवाज आना तब जबकि बीमार व्यक्ति सांस लेने का प्रयास करता है, आदि शामिल है।

3.   कुकर खांसी कम आयु के रोगियों को होती है जिनकी खांसी 2 सप्ताह तक रहती है।

4.  खांसी में खांसते खांसते खून आना पेट में दर्द और गले में खरास जैसी समस्या खांसी के लक्षण है।

(Khansi) खांसी के प्रकार – खांसी तीन प्रकार की होती है:-

1.  बलगम खांसी 

बलगम खांसी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि इस तरह की खांसी में खांसते खांसते बलगम निकलता है।

2. सूखी खांसी 

सूखी खांसी के आने से बलगम या कफ नहीं निकलता है।

3. कुकुर खांसी

कुकुर खांसी यह खांसी बहुत ही नुक्सान दायक होती है। क्योंकि इस तरह की खांसी अधिक समय तक आती रहती है शरीर को नुक्सान पहुँचती है।

खासी के कारण Khasi ke Karan 

1. खसरा, निमोनिया, ब्रोकाइटिस श्वांस नाली में सूजन और आन्त्रिक बुखार से खांसी का जन्म होता है।

2.  खांसी धूम्रपान करने का मुख्य कारण हो सकती है।

3.  केला, अखरोट, पिस्ता और बादाम आदि खाने के पश्चात तुरंत पानी पीने से खांसी होती है ।

4.  शर्द के मौसम में ठंडी हवाओं  के कारण ठंडी चीज के खाने से खासी होती है ।

5.  अधिक घी तेल से बने भोजन को खाने से खांसी होती है ।

6.  सर्दी के मौसम में बगैर जूता चप्पल के घुमन से बारिश में भीग जाने से अधिक समय से पानी में रहने के कारण और गिले वस्त्र पहनने के कारण भी खांसी होती है ।

7. गांजा, अफीम, चरस आदि का अधिक सेवन करने से खांसी हो जाती है।

Cough खांसी के घरेलू उपचार औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खासी में अडूसा के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

अडूसा के ताजे पत्रों का रस, मधु के साथ अडूसा 8 ग्राम की मात्रा में चाट लेने से काली खांसी में बहुत लाभ होता है।

खांसी में अजवायन के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी कफ बुखार में अजवायन दो ग्राम, पिप्पली आधा ग्राम, का क्वाथ बनाकर 5 से 10 ग्राम की मात्रा में सुबह शाम सेवन करने से लाभ होता है।

खांसी में अकरकरा के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में अकरकरा 100 मिलीग्राम काढ़ा बनाकर सुबह-शाम पिलाने से खांसी मिटती हैं।

खांसी में अलसी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में अलसी के बीजों को भूनकर मधु के साथ चटने से पुरानी से पुरानी खांसी में आराम मिलता है।

खांसी में अमलतास के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में अमलतास का गुदा 5-10 ग्राम पानी में घोटकर उसमें तीन गुना बूरा डाल गाढ़ी चाशनी बनाकर चटाने से सूखी खांसी मिटती है।

खांसी में अमरुद के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

सूखी खांसी में अमरुद को खाली पेट सुबह सुबह चूसते रहने से खांसी में लाभ होता है।

खांसी में अश्वगंधा के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में असगंध की जड़ को 10 ग्राम कूट कर इसमें 10 ग्राम मिश्री मिलाकर 400 ग्राम जल में पकाएं, जब सातवां हिस्सा शेष रह जाये तो इसे थोड़ा-थोड़ा पिलाने से कुकुर खांसी में लाभ होता हैं।

खांसी में बहेड़े के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में बहेड़े के छिलके को मुखमुहं में रखकर चूसने रहने पर खांसी में लाभ होता है।

खांसी में गांजे के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में गांजे का 65 मिलीग्राम सत्व दमा और खांसी के वेग को रोक देता है।

खांसी में शहद के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में शहद को चाटते रहने से खांसी में आराम मिलता है।

खाँसी में अदरक के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में अदरक को अच्छी तरह से साफ़ करके चूसते रहने से खांसी में तुरंत लाभ होता है।

खांसी में पिप्पल के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में 10 ग्राम पिप्पल को पीसकर 20 ग्राम मधु मिलाकर एक- एक चम्मच सुबह शाम दोपहर सेवन करने से खांसी मिटती है।

खांसी में लौंग के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में लौंग को मुख में रखकर चूसते रहने से खांसी एक दो दिन में खांसी ठीक हो जाती है।

खांसी में मुलेठी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में मुलेठी के छोटे छोटे टुकड़े कर के रखले और एक एक टुकड़े को दिन में दो तीन बार सेवन करने से खांसी में लाभ होता है।

खांसी में एरंड के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी की समस्या से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए एरंड के पत्र का क्षार 3 ग्राम, एरंड तेल एवं गुड़ को बराबरा मात्रा में मिलाकर चटाने से खांसी दूर हो जाती है।

खांसी में गाजर के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी से ग्रसित मरीज को गाजर के स्वरस में थोड़ा सा मिश्री मिलाकर चटनी बना लें, अब इसमें काली मिर्च बुरककर चटाने से खांसी में तत्काल लाभ होता हैं। तथा कफ आसानी से निकल जाता है।

खांसी में गुलहड़ के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी की समस्या से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए रोगी को गुलहड़ की जड़ का धीमी आंच पर काढ़ा बनाकर सुबह-शाम तथा दोपहर नियमित प्रयोग करने से खांसी में फौरन आराम मिलता हैं।

खांसी में घृतकुमारी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी में घृतकुमारी का गूदा और सेंधा नमक दोनों की भस्म बनाकर 12 ग्राम की मात्रा में मुनक्का के साथ सुबह-शाम सेवन करने से खांसी तथा जीर्ण कास तथा कफज श्वास नष्ट होती हैं।

खांसी में हल्दी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी से फौरन निजात पाने के लिए हल्दी को भूनकर इसका 1-2 ग्राम चूर्ण बनाकर शहद अथवा घी के साथ चटाने से खासी में लाभ होता हैं।

खांसी में कटेरी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी से निदान पाने के लिए कटेरी के फूलों के 1/2 से 1 ग्राम चूर्ण को शहद के साथ चटाने से बालकों को सभी प्रकार की खांसी दूर होती हैं। तथा खांसी में 15-20 ग्राम कटेरी पत्रस्वरस या 50-60 ग्राम मूल का काढ़ा बनाकर 2 ग्राम छोटी पीपल एवं 250 मिलीग्राम सैंधा नमक मिलाकर प्रयोग करने से खांसी में आराम मिलता हैं।

खांसी में लता करंज के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी की समस्या से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए लता करंज के बीज का चूर्ण बनाकर 15-750 मिलीग्राम की मात्रा में 125 मिलीग्राम सुहागे की खील मिलाकर शहद के साथ दिन में तीन-चार बार चटाते रहने से तथा बीजों को धागे में पिरोकर गले में बांधने से 4-5 दिन में खांसी में पूर्ण लाभ होता हैं।

खांसी में कसौंदी के औषधीय गुण एवं सेवन विधि:

खांसी की समस्या से निजात पाने के लिए कसौंदी के पंचांग का चूर्ण 20 ग्राम बनाकर 350 ग्राम जल में उबालकर जब 40 ग्राम शेष काढ़ा रह जाये, तो इसे छानकर थोड़ा सा शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से खांसी में लाभ होता हैं। तथा 2-3 ग्राम मिर्च को मधु और घी मिलाकर सुबह-शाम चाटने से सर्दी के कारण होने वाली खांसी, दमा और सीने का दर्द मिटता हैं तथा फेफड़ों का कफ निकल जाता हैं। गाय के दूध में मिर्च चूर्ण को पकाकर पिलाने से श्वास-कास में लाभ होता हैं। यदि खांसी बार-बार उठती हो तो भोजन निकलने में कष्ट हो तो दिन में दो-तीन बार कसौंदी का फाँट बनाकर कुल्ला करने से खांसी में शीघ्र लाभ होता है।

कृपया ध्यान दे – अधिक समय से आ रही खाँसी में लापरवाही का बर्ताव न करें क्योंकि ज्यादा दिनों से खांसी आ रही हो तो तुरंत उसका चेकप करवाए और उसका इलाज सही तरिके से करवाले कभी कभी खांसते खाँसते खून भी आ जाता है अगर खांसी के साथ खून आये तो टी.बी के लक्षण पाये जाते है। इस लिये आप जल्दी से जल्दी इसका इलाज सही ढंग से करवनी चाहिए। Khansi ke Gharelu Upchar,  Khansi me Gharelu Davayen se Labh, Cough Symptoms Reason Treatment In Hindi.  Khansi ke Gharelu Upchar, Khansi me Aushadhiy Prayog, Khansi me Gharelu Davayen se Labh, Khansi ke Gun evam Sevan Vidhi , Cough Symptoms Reason Home Treatment In Hindi.

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