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भय्यूजी महाराज की जीवनी, चरित्र चित्रण-Biography of Bhaiyyuji Maharaj in Hindi

जीवन परिचय भय्यूजी महाराज के बारे में रोचक जानकारियां
वास्तविक नाम उदयसिंह देखमुख
उप नाम भय्यूजी महाराज
व्यवसायमॉडर्न संत/मॉडल
राष्ट्रीयताभारतीय
पत्नी डॉ. आयुषी
मृत्यु12 जून 2018
मृत्यु का कारण आत्म हत्या
जन्म की तारीख 1968
वर्तमान आयु 50 Years
जन्म स्थान शुजालपुर, मध्य प्रदेश, मध्यम वर्गीय किसान परिवार
हाईप्रोफाइल भक्तभैय्यू जी महराज के आश्रम की शोभा बढ़ने वालों में देश के कई बड़े नेता, अभिनेता, गायक और उद्योगपति जैसे पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं।
सद्भावना उपवासपीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू जी महराज को आमंत्रित किया था।
भैय्या जी एवं अन्ना हजारे केंद्र सरकार के अनुरोध पर श्री अन्ना हजारे का अनसन भैया जी ने अपने हाथो से पानी पिलाकर तोड़वाया था।
मोहन भागवत और भय्यूजी महाराजRSS प्रमुख मोहन भागवत और भय्यूजी के सम्बन्ध बेहद घनिष्ठ बताये जाते थे। भैया जी लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से उनके संपर्क थे। यही वजह है कि किसी भी पार्टी के नेता भय्यूजी की आलोचना करने से बचते रहे हैं
भय्यूजी एवं शिवसेना सुप्रीम उद्धव ठाकरेभय्यूजी शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के काफी करीबी माने जाते थे। बाला साहब ठाकरे और उद्धव, दोनों नियमित तौर पर भय्यूजी से अपने घर में मिला करते थे। बाला साहब के निधन के वक्त भी भय्यूजी के मार्गदर्शन में ही बाला साहब का अंतिम संस्कार किया गया और वो पूरे वक्त उद्धव ठाकरे परिवार के साथ मौजूद रहे।
भय्यूजी एवं विलासराव देशमुखराजनितिक गलियारों में हमेसा चर्चा रही है की पूर्व सीएम विलासराव देशमुख से नजदीकी की वजह से भय्यूजी की महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में तेजी से पैठ बढ़ी थी। वर्ष 2000 में जब विलासराव मुख्यमंत्री थे, तब भय्यूजी का अधिकतर समय महाराष्ट्र में ही गुजरता था। उस वक्त उन्हें महाराष्ट्र में राजकीय अतिथि का दर्जा भी दिया जाता था।
आधुनिक संत भय्यूजी साधु-महात्माओं की पुरातन शैली की बजाए वे आकर्षक पहनावे और नए तौर तरीकों के साथ आधुनिकता पर विशेष महत्व देते थे।
भाषाभय्यूजी अंग्रेजी भाषा के साथ हिन्दी, मराठी और मालवा क्षेत्र की भाषाएं धाराप्रवाह बोलते थे.

भैय्यु जी महाराज का बचपन, शिक्षा एवं मॉडलिंग कैरियर: भय्यूजी महाराज का जन्म मध्य प्रदेश के शुजालपुर में हुआ था। उनका असल नाम उदय सिंह देशमुख था। भय्यूजी महाराज पढाई पूरी करने के बाद मुंबई की एक बड़ी कंपनी में मैनेजमेंट में नौकरी की थी तत्पश्चात उन्होंने कुछ समय तक के लिए मॉडलिंग भी की थी, वे सियाराम शूटिंग के लिए मॉडलिंग करते थे। यहीं से उन्होंने संत बनने का निर्णय लिया एवं अंततः वे गृहस्थ संत बन गए थे।

भैय्यु जी महाराज का सामाजिक जीवन

  • भैय्यु जी महाराजने श्री सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट का गठन किया है।
  • श्री सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सक्रिय है।
  • भैय्यु जी महाराज ने महाराष्ट्र के बुलढाना के खमगांव में जरायाम पेशा जाति पारदी के बच्चों के लिए आश्रमशाला शुरू की, जिसमें 470 बच्चे पढाई करते हैं।
  • भैय्यु जी महाराज ने महाराष्ट्र में पारदी समाज की महिलाओं को वेश्यावृत्ति से निकालने के लिए काम किया।
  • भैय्यु जी महाराज के ट्रस्ट द्वारा किसानों के लिए धरतीपुत्र सेवा अभियान व भूमि सुधार, जल मिटटी व बीज परीक्षण प्रयोगशाला, बीज वितरण योजना भी चलाते है।
  • श्री सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट अब तक 7,709 कन्याओं का विवाह करा चुका है।

विवादों से नाता रहा है Bhaiyyu Ji Mharaj का : भैय्यु जी महाराज के रहस्य

  • महंगी कारों और गाड़ियों के थे शौकीन –  भैय्या जी महाराज: आध्यात्मिक गुरु  भैय्यु जी महाराज एक ऐसे संत थे जो आलीशान जिंदगी जीते थे, महंगी गाडिय़ों से परहेज नहीं करते थे। भैय्या जी महाराज न सिर्फ आलीशान गाड़ियों का शौक रखते थे बल्कि स्विस घड़ियों के भी शौकीन थे।

  • भैय्यु जी महाराज का एक से अधिक शादी का आरोपभैय्यु जी महाराज की पहली शादी औरंगाबाद की माधवी निम्बालकर से हुई थी। पहली पत्नी के निधन के बाद उन्होंने कुछ वर्ष पहले दूसरी शादी की थी। दूसरी शादी के दौरान ही एक महिला ने उन पर खुद से संबंधों का आरोप लगाया था। भय्यू जी की श्रद्धालु सीमा वानखडे ने वर्ष 2005 में उनके खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए भैय्यु जी महाराज को अपने पुत्र चैत्नय का पिता बताया था।

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