दीपा करमाकर की जीवनी | Dipa Karmakar biography in Hindi
दीपा करमाकर ऊंचाई, वजन, उम्र , जीवनी, अफेयर्स आदि
जीवनी | |
वास्तविक नाम | दीपा करमाकर |
उपनाम | त्रिपुरा की गोल्डन गर्ल, गुड्डू |
व्यवसाय | महिलाओं की कलात्मक जिमनास्टिक |
शारीरिक आँकड़े और अधिक | |
कद | सेंटीमीटर में - 150 सेमी मीटर में - 1.5 मीटर फिट में - 4 ' 11 " |
वजन (किलोग्राम में) | किलोग्राम में - 47 किलो पाउंड में - 104 एलबीएस |
शारीरिक संरचना | 31-25-34 |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
अंतरराष्ट्रीय कैरियर की शुरुआत | राष्ट्रमंडल खेल 2014 |
कोच/गुरु | बिश्वस्वर नंदी |
कैरियर टर्निंग प्वाइंट | राष्ट्रमंडल खेल 2014 |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 09 अगस्त 1993 |
उम्र (2016 में) | 22 वर्ष |
जन्म स्थान | अगरतला |
राशि | सिंह राशि |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | अगरतला |
स्कूल | बंगाली मीडियम स्कूल |
कॉलेज | महिला कॉलेज, अगरतला |
शैक्षिक योग्यता | बैचलर ऑफ आर्ट्स (मानविकी) |
परिवार | |
परिवार | पिता - दुलाल करमाकर (वेट लिफ्टिंग कोच at SAI)![]() माँ - गीता करमाकर बहन - पूजा साहा ![]() |
जातीयता | बंगाली |
धर्म | हिंदू |
शौक | उन्हें अपने अभ्यास और अध्ययन को छोड़कर कोई भी शौक नहीं है |
पसंदीदा एथेलीट | सिमोन बिल्स (Simone Biles) |
यौन अभिविन्यास | अज्ञात |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
अफेयर्स / बॉयफ़्रैंड्स | अज्ञात |
Dipa Karmakar के विषय में कुछ अज्ञात जानकारियां
- Dipa Karmakar धूम्रपान करती हैं 😕 ज्ञात नही
- Dipa Karmakar मद्यपान करती है 😕 ज्ञात नहीं
- दीपा करमाकर अकेली भारतीय महिला हैं जो जिमनास्टिक में एक कांस्य पदक जीता है एवं ओलंपिक में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के अंतर्गत पदक के लिए संघर्षरत हैं।
- रियो ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही दीपा कर्मकार ने व्यक्तिगत बोल्ट फ़ाइनल में जगह बनाने के साथ इतिहास रच दिया है।
- दीपा अब फ़ाइनल में पदक की दावेदारी पेश करेंगी।
- अपना पहला ओलंपिक खेल रही 22 वर्षीय दीपा ने काफी विश्वास के साथ शुरुवात की और वह क्वालीफाइंग राउंड में 8 वे स्थान पर रहकर फ़ाइनल में जगह बनाई है।
- दीपा ने अपने पहले प्रयास में 7.000 अंक (डिफिकल्टी) में मिले लेकिन दुसरे प्रयास में उनका स्कोर 6.000 रहा।
- Rio Olympics 2016 में दीपा कर्मकार का स्कोर ओवरआल स्टैंडिंग में 51.665 रहा है।
- बेहद साधारण परिवार से आने वाली दीपा ने जब पहली बार किसी जिमनास्टिक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया तब उनके पास जूते भी नहीं थे।
- दीपा के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत जिम्नास्ट आशीष कुमार बने। साल 2010 में जब आशीष ने दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ खेलों में पहला मेडल जीता, तो दीपा ने भी ठान लिया कि वह भी अपने देश के पदक हासिल करेगी।
- अर्जुन अवॉर्ड दीपा को जिमनास्टिक में उन के शानदार प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2015 में नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया था।
- 52 वर्षो के बाद ओलम्पिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश करने वाली दीपा अब 14 अगस्त को इंडिया के लिए मेडल जीतने वाली पहली इंडियन भी बन सकती हैं।
- दीपा ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुल 77 मेडल जीते हैं, जिनमें से 67 गोल्ड मेडल हैं।
- दीपा को साल 2015 में अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया है।
- दीपा ने 6 साल की उम्र से जिमनास्टिक का अभ्यास शुरू कर दिया था।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि दीपा ने जब पहली बार प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था तो उसके पास जूते भी नहीं थी। प्रतियोगिता के लिए कॉस्ट्यूम भी उन्होंने किसी से उधार मांगा था जो उन पर पूरी तरह से फ़िट भी नहीं हो रहा था।
- गरीबी, संसाधन एवं असुविधाओं से संघर्ष करते हुए ओलिंपिक में चौथा स्थान प्राप्त करके 14 अगस्त 2016 को रियो में इतिहास रच दिया।
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